श्री रामप्रकाश सर्राफ
#श्री_रामप्रकाश_सर्राफ #9_अक्टूबर_1925
#26_दिसंबर_2006
श्री रामप्रकाश सर्राफ
आपका जन्म 9 अक्टूबर 1925 को रामपुर (उत्तर प्रदेश) में हुआ । स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व युवावस्था के प्रभात में रामपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक बने । संघ के अनेक प्रशिक्षण शिविरों में भाग लेते हुए द्वितीय सरसंघचालक श्री गुरु जी से निकट आत्मीयता प्राप्त की।
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के महापुरुषत्व से प्रभावित होकर दिल्ली जाकर प्रार्थना-सभा में उनके दर्शन किए तथा उस सभा में गाँधी जी द्वारा नीलाम की गई सोने की अंगूठी को खरीदा।
1951 में रामपुर में जनसंघ की स्थापना की। 1957 के लोकसभा चुनाव में जनसंघ के उम्मीदवार को भारी दबाव के बाद भी चुनाव में लड़ाया , जिसकी मुक्त कंठ से प्रशंसा नानाजी देशमुख ने की थी। 1962 तथा तदुपरांत 1967 में जनसंघ के उम्मीदवार डॉक्टर सत्यकेतु विद्यालंकार के लोकसभा चुनाव की बागडोर आपके ही हाथ में थी । चुनाव न लड़ने की आपकी इच्छा को देखकर नानाजी देशमुख ने कहा था “You want to become king maker , not the king (आप राजा बनने में विश्वास नहीं करते अपितु राजा बनाने में विश्वास करते हैं।)”
आपातकाल में पुलिस आपको गिरफ्तार करने के लिए घर पर आई लेकिन आप काशीपुर (उत्तराखंड) गए हुए थे अतः गिरफ्तारी से बच गए । फिर भूमिगत रहे । 1977 में सांसद श्री राजेंद्र कुमार शर्मा को मंत्री बनाने के समर्थन में एक प्रतिनिधिमंडल के साथ दीनदयाल शोध संस्थान ,दिल्ली जाकर श्री नानाजी देशमुख आदि प्रमुख नेताओं से बात की। नानाजी देशमुख से आपने कहा था “रामपुर को कुछ और शक्ति दीजिए।”
आपको अनौपचारिक रूप से आपके नाना श्री सुंदरलाल जी ने गोद ले लिया था। उनकी मृत्यु के उपरांत कोई परोपकार का कार्य करने की दृष्टि से आपने सुंदर लाल इंटर कॉलेज की 1956 में स्थापना की । इस समाचार से प्रसन्न होकर आपको सर्व श्री नानाजी देशमुख, आचार्य कैलाश चंद्र देव बृहस्पति ,राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक श्री गुरु जी के शुभकामना संदेश प्राप्त हुए ।
नानाजी देशमुख ने अपने पत्र में लिखा ” परम मित्र श्री राम प्रकाश जी, सप्रेम नमस्कार । आपका कई दिनों के पश्चात एक पत्र मिला। आप अपने नाना जी की स्मृति में एक विद्यालय का निर्माण कर रहे हैं ,यह जानकर मुझे अतीव प्रसन्नता हुई ।……”
सुंदरलाल जी के वियोग की पीड़ा से आहत होकर आपने अपने हृदय की भावनाएँ एक पत्र द्वारा श्री गुरु जी को लिखी थीं। जिस के उत्तर में गुरुजी ने अत्यंत मार्मिक साँत्वना-भरा पत्र आपको प्रेषित किया था ।
अपनी निष्काम भावना के अनुरूप आपने दो बार 1976 तथा 2004 में सुंदर लाल इंटर कॉलेज के राष्ट्रीयकरण करने का प्रस्ताव सार्वजनिक रूप से रखा था।
1958 में स्थापित टैगोर शिशु निकेतन बच्चों की शिक्षा के लिए आपकी एक उत्तम कृति है । इसी के एक हिस्से में आप ने 1970 में राजकली देवी शैक्षिक पुस्तकालय की स्थापना की।
आप प्रतिवर्ष 1956 से 1972 तक
दीनानाथ दिनेश जी को गीता प्रवचन के लिए रामपुर बुलाते थे तथा प्रारंभ में उनके प्रवचन सुंदर लाल इंटर कालेज तथा बाद में टैगोर शिशु निकेतन में आयोजित करते थे।
रामपुर में विश्व हिंदू परिषद के संस्थापक जिला अध्यक्ष रहे।
भारतीय जनता पार्टी का अभ्युदय आपके जीवन के लक्ष्यों में से एक था।
आप सर्वप्रिय तथा मृदु स्वभाव के धनी थे। 26 दिसंबर 2006 को 81 वर्ष की आयु में आपका निधन हो गया।
*लेखक ः
रवि प्रकाश पुत्र श्री राम प्रकाश सर्राफ
बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451