श्रम
ये
श्रम
बदले
जीवन में
बुरे भाग्य को
श्रम से जी चुरा
देता है न्योता मनु
अपने दुर्भाग्य को
छोड़ों ये आलस
कार्य से प्रेम
करो तुम
पाओगे
खुशी
को
न
अब
भटको
होकर के
श्रम से हीन
श्रम देगा तुम्हे
मौका बदलने का
बदलो भाग्य तुम
इरादा लेकर
श्रम करने
के वादे से
बदलो
खुद
को
स्वरचित एवं मौलिक
कंचन वर्मा
शाहजहांपुर
उत्तर प्रदेश