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20 Jul 2024 · 1 min read

श्रंगार

इस हाड़ कंपकंपाती ठंड में इश्क की गर्मी का क्या कहना।
मौहब्बत के मिलन में सर्दी के हुए उपचार का क्या कहना।
कोई और चारा बचा नहीं सर्दी की अगन को शान्त करने का।
जब होश ही बाकी न रहे प्रेम के उफनते ताप का क्याकहना।
विपिन

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