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2 Jul 2024 · 1 min read

श्रंगार

तुम्हारी अंखियो का काजल बन जाने की तमन्ना है।
तुम्हारे लहराते केशो में उलझ जाने की तमन्ना है।
मन करता है तुम्हारे फिसलते आंचल में समा जाऊं।
तुम्हारे वजूद में खुद को समा जाने की तमन्ना है।
विपिन

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