Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2024 · 1 min read

श्याम लिख दूं

दिन की सुबह और शाम लिख दूँ
ये दिल अब तेरे ही नाम लिख दूँ

मन मंदिर में बसा लूँ तुझे इस कदर
अपनी स्मृतियों में तेरा नाम श्याम लिख दूँ

साँझ की ढलती सूरज में तुम हो
सुबह की ताजगी में प्रणाम लिख दूँ

लंबी मिलों का सफर हो तुम
सफर का तुन्हें विश्राम लिख दूँ

छवि तुम्हारी इतनी प्यारी
तेरा नाम गुलफ़ाम लिख दूँ

ममता रानी
दुमका,झारखंड

Tag: Poem
1 Like · 120 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Rani
View all
You may also like:
आज भी मुझे मेरा गांव याद आता है
आज भी मुझे मेरा गांव याद आता है
Praveen Sain
पर्यावरण के उपहासों को
पर्यावरण के उपहासों को
DrLakshman Jha Parimal
*रामपुर रियासत का प्राचीन इतिहास*
*रामपुर रियासत का प्राचीन इतिहास*
Ravi Prakash
मुझे आज तक ये समझ में न आया
मुझे आज तक ये समझ में न आया
Shweta Soni
19)”माघी त्योहार”
19)”माघी त्योहार”
Sapna Arora
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
तेरा कंधे पे सर रखकर - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
मन की बात न कहें, तो मन नहीं मानता
मन की बात न कहें, तो मन नहीं मानता
Meera Thakur
स्त्रियां पुरुषों से क्या चाहती हैं?
स्त्रियां पुरुषों से क्या चाहती हैं?
अभिषेक किसनराव रेठे
3001.*पूर्णिका*
3001.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भूल चूका हूँ सब कुछ बाबा- भजन -अरविंद भारद्वाज
भूल चूका हूँ सब कुछ बाबा- भजन -अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
जीवन एक संघर्ष
जीवन एक संघर्ष
AMRESH KUMAR VERMA
"जमाने को"
Dr. Kishan tandon kranti
तू ही मेरी चॉकलेट, तू प्यार मेरा विश्वास। तुमसे ही जज्बात का हर रिश्तो का एहसास। तुझसे है हर आरजू तुझ से सारी आस।। सगीर मेरी वो धरती है मैं उसका एहसास।
तू ही मेरी चॉकलेट, तू प्यार मेरा विश्वास। तुमसे ही जज्बात का हर रिश्तो का एहसास। तुझसे है हर आरजू तुझ से सारी आस।। सगीर मेरी वो धरती है मैं उसका एहसास।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अंदर मेरे रावण भी है, अंदर मेरे राम भी
अंदर मेरे रावण भी है, अंदर मेरे राम भी
पूर्वार्थ
भक्ति गीत (तुम ही मेरे पिता हो)
भक्ति गीत (तुम ही मेरे पिता हो)
Arghyadeep Chakraborty
*माँ जगत जननी*
*माँ जगत जननी*
Vedkanti bhaskar
सलाह या सुझाव रूपी
सलाह या सुझाव रूपी "बीज" उसे दिया जाना चाहिए, जिसके पास उसे
*प्रणय*
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
Rj Anand Prajapati
संवेदना अभी भी जीवित है
संवेदना अभी भी जीवित है
Neena Kathuria
छन-छन के आ रही है जो बर्गे-शजर से धूप
छन-छन के आ रही है जो बर्गे-शजर से धूप
Sarfaraz Ahmed Aasee
ज़िन्दगी तेरी बनना जायें कहीं,
ज़िन्दगी तेरी बनना जायें कहीं,
Dr fauzia Naseem shad
जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान बोलता है।
जहाँ जहाँ कोई उर्दू ज़बान बोलता है।
इशरत हिदायत ख़ान
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
जीवन में कितना ही धन -धन कर ले मनवा किंतु शौक़ पत्रिका में न
Neelam Sharma
सुबह सुबह का घूमना
सुबह सुबह का घूमना
जगदीश लववंशी
ज़िन्दगी में अच्छे लोगों की तलाश मत करो,
ज़िन्दगी में अच्छे लोगों की तलाश मत करो,
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
तुम्हें पता है तुझमें मुझमें क्या फर्क है।
तुम्हें पता है तुझमें मुझमें क्या फर्क है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अब तो आई शरण तिहारी
अब तो आई शरण तिहारी
Dr. Upasana Pandey
कायदों की बेड़ियों
कायदों की बेड़ियों
Chitra Bisht
शिवांश को जन्म दिवस की बधाई
शिवांश को जन्म दिवस की बधाई
विक्रम कुमार
Loading...