Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Sep 2024 · 1 min read

शोर है दिल में कई

शोर है दिल में कई
ना आशाओं की
भोर है
तड़प उठा है मन
घना अंधेरा चारों और है

1 Like · 23 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mamta Rani
View all
You may also like:
प्रश्नों का प्रासाद है,
प्रश्नों का प्रासाद है,
sushil sarna
हो अंधकार कितना भी, पर ये अँधेरा अनंत नहीं
हो अंधकार कितना भी, पर ये अँधेरा अनंत नहीं
पूर्वार्थ
गजल ए महक
गजल ए महक
Dr Mukesh 'Aseemit'
जिसे सुनके सभी झूमें लबों से गुनगुनाएँ भी
जिसे सुनके सभी झूमें लबों से गुनगुनाएँ भी
आर.एस. 'प्रीतम'
नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास।
नजर लगी हा चाँद को, फीकी पड़ी उजास।
डॉ.सीमा अग्रवाल
गुरु
गुरु
Dr Archana Gupta
घमंड
घमंड
Adha Deshwal
बचपन
बचपन
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
उन अंधेरों को उजालों की उजलत नसीब नहीं होती,
उन अंधेरों को उजालों की उजलत नसीब नहीं होती,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
घट भर पानी राखिये पंक्षी प्यास बुझाय |
घट भर पानी राखिये पंक्षी प्यास बुझाय |
Gaurav Pathak
* राह चुनने का समय *
* राह चुनने का समय *
surenderpal vaidya
झूठ बोल नहीं सकते हैं
झूठ बोल नहीं सकते हैं
Sonam Puneet Dubey
पृथ्वी दिवस
पृथ्वी दिवस
Bodhisatva kastooriya
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
रमेशराज के 2 मुक्तक
रमेशराज के 2 मुक्तक
कवि रमेशराज
वक़्त होता
वक़्त होता
Dr fauzia Naseem shad
ये भावनाओं का भंवर है डुबो देंगी
ये भावनाओं का भंवर है डुबो देंगी
ruby kumari
ज़रूरत में ही पूछते हैं लोग,
ज़रूरत में ही पूछते हैं लोग,
Ajit Kumar "Karn"
चलते रहना ही जीवन है।
चलते रहना ही जीवन है।
संजय कुमार संजू
जिंदा मनुख
जिंदा मनुख
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सोच ही सोच में
सोच ही सोच में
gurudeenverma198
"उम्र"
Dr. Kishan tandon kranti
"जय जवान जय किसान" - आर्टिस्ट (कुमार श्रवण)
Shravan singh
👌👌👌
👌👌👌
*प्रणय प्रभात*
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
चुनाव में मीडिया की भूमिका: राकेश देवडे़ बिरसावादी
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
2760. *पूर्णिका*
2760. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पहले पता है चले की अपना कोन है....
पहले पता है चले की अपना कोन है....
कवि दीपक बवेजा
नारी तू नारायणी
नारी तू नारायणी
Dr.Pratibha Prakash
बेचारे नेता
बेचारे नेता
गुमनाम 'बाबा'
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
खुश रहें, सकारात्मक रहें, जीवन की उन्नति के लिए रचनात्मक रहे
PRADYUMNA AROTHIYA
Loading...