शेर
यहीं दोजख ज़न्नत है जाना नहीं
किया जो करम तुम भुलाना नहीं
कहाँ जा मरूंगा ठिकाना नहीं
जिल्लतें जियादा कमाना नहीं
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bunty singh
यहीं दोजख ज़न्नत है जाना नहीं
किया जो करम तुम भुलाना नहीं
कहाँ जा मरूंगा ठिकाना नहीं
जिल्लतें जियादा कमाना नहीं
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bunty singh