Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
*प्रणय*
71 Followers
Follow
Report this post
21 Sep 2023 · 1 min read
#शेर-
#शेर-
■ किसी और को नहीं, अपने आप को।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 181 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
भारत के भाल पर , दमकती बिंदी -हमारी हिंदी
TAMANNA BILASPURI
प्रेम
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मेहनत कड़ी थकान न लाती, लाती है सन्तोष
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*"मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम"*
Shashi kala vyas
*हमारा संविधान*
Dushyant Kumar
राम गीत 2.0
Abhishek Soni
मजदूर की अतंर्व्यथा
Shyam Sundar Subramanian
स्वर्गीय रईस रामपुरी और उनका काव्य-संग्रह एहसास
Ravi Prakash
इंसान समाज में रहता है चाहे कितना ही दुनिया कह ले की तुलना न
पूर्वार्थ
#चार_लाइना-
*प्रणय*
उसके गालों का तिल करता बड़ा कमाल -
bharat gehlot
दीपावली की असीम शुभकामनाओं सहित अर्ज किया है ------
सिद्धार्थ गोरखपुरी
इन्सान की क्या कीमत
Ashwini sharma
एक लम्हा है ज़िन्दगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
दिल तो बदल जाता है पलभर में
gurudeenverma198
परेशान देख भी चुपचाप रह लेती है
Keshav kishor Kumar
चांद , क्यों गुमसुम सा बैठा है।
Radha Bablu mishra
रूठकर के खुदसे
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
मेरा भारत बड़ा महान
पूनम दीक्षित
2475.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
उम्मीद
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
ये 'लोग' हैं!
Srishty Bansal
दो शे'र ( चाँद )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
#शून्य कलिप्रतिभा रचती है
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
चाँद के पार
श्रीहर्ष आचार्य
गंगा नदी
surenderpal vaidya
ग़ज़ल
Anurag Mehta Suroor
मेरी कलम आज बिल्कुल ही शांत है,
Ajit Kumar "Karn"
जीवन की आवाज़" (Voice of Life):
Dhananjay Kumar
Loading...