शेर
वो बादलों की तरह हर दिल से गुज़र जाते हैं।
वो बारिश में भीगकर और भी निखर जाते हैं ।
सलीक़ा हुस्न है उसका जो इबादत के लायक है ।
तीर नज़रों के खंजर की तरह दिल में उतर जाते हैं ।।
Phool gufran
वो बादलों की तरह हर दिल से गुज़र जाते हैं।
वो बारिश में भीगकर और भी निखर जाते हैं ।
सलीक़ा हुस्न है उसका जो इबादत के लायक है ।
तीर नज़रों के खंजर की तरह दिल में उतर जाते हैं ।।
Phool gufran