Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Dec 2021 · 1 min read

शेर

हुश्न पर गुरूर उन्हें इस कदर है
पर ये जिंदगी तो मुख़्तसर है.

राजीव विशाल (रोहतासी)
मो-8899024742

Language: Hindi
Tag: शेर
287 Views
Books from Rajiv Vishal (Rohtasi)
View all

You may also like these posts

कामुकता एक ऐसा आभास है जो सब प्रकार की शारीरिक वीभत्सना को ख
कामुकता एक ऐसा आभास है जो सब प्रकार की शारीरिक वीभत्सना को ख
Rj Anand Prajapati
कुदरत
कुदरत
Rajesh Kumar Kaurav
आज फिर दिल ने
आज फिर दिल ने
हिमांशु Kulshrestha
विषय :- मीत
विषय :- मीत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सम्मान बचाने के लिए पैसा ख़र्च करना पड़ता है।
सम्मान बचाने के लिए पैसा ख़र्च करना पड़ता है।
Ajit Kumar "Karn"
मची हुई संसार में,न्यू ईयर की धूम
मची हुई संसार में,न्यू ईयर की धूम
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
गुरू
गुरू
Neha
शर्माया चाँद
शर्माया चाँद
sheema anmol
बेटी
बेटी
डिजेन्द्र कुर्रे
ईमानदार पहल जरूरी
ईमानदार पहल जरूरी
Dr. Kishan tandon kranti
अच्छा सुनो ना
अच्छा सुनो ना
Jyoti Roshni
नानी का लालटेन
नानी का लालटेन
Shakuntla Shaku
मेरे शब्दों में जो खुद को तलाश लेता है।
मेरे शब्दों में जो खुद को तलाश लेता है।
Manoj Mahato
परिश्रम
परिश्रम
Neeraj Agarwal
संघर्षों के राहों में हम
संघर्षों के राहों में हम
कवि दीपक बवेजा
पितृपक्ष में तर्पण
पितृपक्ष में तर्पण
Sushma Singh
पीता नहीं मगर मुझे आदत अजीब है,
पीता नहीं मगर मुझे आदत अजीब है,
Kalamkash
3804.💐 *पूर्णिका* 💐
3804.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
एक लड़की एक लड़के से कहती है की अगर मेरी शादी हो जायेगी तो त
एक लड़की एक लड़के से कहती है की अगर मेरी शादी हो जायेगी तो त
Rituraj shivem verma
बरसात - अनुपम सौगात
बरसात - अनुपम सौगात
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
कोलाहल
कोलाहल
Bodhisatva kastooriya
गंगा सेवा के दस दिवस (द्वितीय दिवस)
गंगा सेवा के दस दिवस (द्वितीय दिवस)
Kaushal Kishor Bhatt
** समय कीमती **
** समय कीमती **
surenderpal vaidya
धीरज और संयम
धीरज और संयम
ओंकार मिश्र
हे जगजननी
हे जगजननी
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*प्यासी धरती को मिला, वर्षा का उपहार (कुंडलिया)*
*प्यासी धरती को मिला, वर्षा का उपहार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
अ आ
अ आ
*प्रणय*
अवकाशार्थ आवेदन पत्र
अवकाशार्थ आवेदन पत्र
Otho Pat
कहां बिखर जाती है
कहां बिखर जाती है
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
Loading...