Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2021 · 1 min read

शेर

(1)चमन भी झूमता है जब तुम मुस्कुराती हो।?
चांद को शर्म आती है जब तुम चेहरा दिखाती हो।
?❤️❤️❤️???❤️❤️❤️❤️❤️?

यह उम्र कट ना जाए कहीं इंतजार में।
खुद को ना मिटा दूं कहीं तेरे प्यार में।
???❤️❤️??❤️❤️?❤️??

बरसों से मुझे मौत का तो इंतजार था।?
अफसोस जिंदगी को मुझसे ही प्यार था।
❤️❤️?❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️??

हमारा हर लम्हा चुरा लिया आपने।
आंखों को चांद दिखा दिया आपने।
हमें जिंदगी दी किसी और ने मगर।
प्यार में जीना सिखा दिया आपने।।
❤️❤️??❤️❤️❤️?❤️❤️❤️?

मैं तुम्हें कितना प्यार करता हूं ।
जिसका तुम्हें कोई अंदाजा नहीं।
किस तरह खोल के दिखाऊं तुम्हें।
जब दिल का कोई दरवाजा नहीं।
❤️??❤️??❤️❤️???

ढलती शाम को आप का एहसास है।
इस दिल मैं आपकी जगह कुछ खास है।
आप साथ नहीं हो फिर भी लगता है ।
यह दिल कहता है तू मेरे आस-पास हो।
?❤️?❤️❤️❤️???❤️❤️❤️

वो चांद है मगर आप से प्यारा तो नही ।
परवाने का शमा बिन गुज़ारा तो नही।
मेरे दिल ने सुनी है मीठी सी आवाज़।
कहीं आपने हमे दिल से पुकारा तो नही।
?❤️❤️??❤️??❤️❤️❤️?

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 220 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*गाथा बिहार की*
*गाथा बिहार की*
Mukta Rashmi
क्या पता...... ?
क्या पता...... ?
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
कर सत्य की खोज
कर सत्य की खोज
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
*सदियों से सुख-दुख के मौसम, इस धरती पर आते हैं (हिंदी गजल)*
*सदियों से सुख-दुख के मौसम, इस धरती पर आते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
अश्लीलता - गंदगी - रील
अश्लीलता - गंदगी - रील
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
जिंदगी के उतार चढ़ाव में
जिंदगी के उतार चढ़ाव में
Manoj Mahato
जनक देश है महान
जनक देश है महान
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जीवन एक संघर्ष ही तो है
जीवन एक संघर्ष ही तो है
Ajit Kumar "Karn"
महाकाल
महाकाल
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
आँखे हैं दो लेकिन नज़र एक ही आता है
आँखे हैं दो लेकिन नज़र एक ही आता है
शेखर सिंह
जरा- जरा सी बात पर,
जरा- जरा सी बात पर,
sushil sarna
"Looking up at the stars, I know quite well
पूर्वार्थ
3887.*पूर्णिका*
3887.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
..
..
*प्रणय*
* मन बसेगा नहीं *
* मन बसेगा नहीं *
surenderpal vaidya
सियासत कमतर नहीं शतरंज के खेल से ,
सियासत कमतर नहीं शतरंज के खेल से ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
रिश्ते से बाहर निकले हैं - संदीप ठाकुर
रिश्ते से बाहर निकले हैं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
नारी के सोलह श्रृंगार
नारी के सोलह श्रृंगार
Dr. Vaishali Verma
यूँ  तो  दुनिया  में  मेले  बहुत  हैं।
यूँ तो दुनिया में मेले बहुत हैं।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
रक्त एक जैसा
रक्त एक जैसा
Dinesh Kumar Gangwar
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
कद्र माँ-बाप की जिसके आशियाने में नहीं
VINOD CHAUHAN
"कबड्डी"
Dr. Kishan tandon kranti
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
इंडिया दिल में बैठ चुका है दूर नहीं कर पाओगे।
सत्य कुमार प्रेमी
सच तो जीवन में शेड का महत्व हैं।
सच तो जीवन में शेड का महत्व हैं।
Neeraj Agarwal
कहमुकरी
कहमुकरी
डॉ.सीमा अग्रवाल
वर्तमान का सोशल मीडिया अच्छे अच्छे लोगो को बाजारू बना दिया ह
वर्तमान का सोशल मीडिया अच्छे अच्छे लोगो को बाजारू बना दिया ह
Rj Anand Prajapati
गीत
गीत
Shiva Awasthi
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
जिंदगी के रंगों को छू लेने की,
जिंदगी के रंगों को छू लेने की,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...