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2 May 2021 · 1 min read

शेर

ये सोचकर कि वो ख़ुदसे ही न इश्क़ कर बैठे
मैंने हर एक आईने को तोड़ने की ठानी है

-जॉनी अहमद ‘क़ैस’

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 3 Comments · 231 Views

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