Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Dec 2020 · 1 min read

शेर

क्या दौर आया है- एक तरफ, कुछ अमीर लोग “”कितना सोना”” खरीदे ये सोच रहे है. और दूसरी तरफ, कुछ गरीब लोग “”कहां सोना है”” ये सोच रहे है.।

-हार्दिक महाजन

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 443 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
खोजने लगी वो सुख का खज़ाना,
खोजने लगी वो सुख का खज़ाना,
Ajit Kumar "Karn"
संवेदना (वृद्धावस्था)
संवेदना (वृद्धावस्था)
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
"किसी की याद मे आँखे नम होना,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
* हो जाता ओझल *
* हो जाता ओझल *
surenderpal vaidya
3184.*पूर्णिका*
3184.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
खुद से भी सवाल कीजिए
खुद से भी सवाल कीजिए
Mahetaru madhukar
इस आकाश में अनगिनत तारे हैं
इस आकाश में अनगिनत तारे हैं
Sonam Puneet Dubey
सबसे दूर जाकर
सबसे दूर जाकर
Chitra Bisht
"समन्दर"
Dr. Kishan tandon kranti
कितना खाली खालीपन है !
कितना खाली खालीपन है !
Saraswati Bajpai
चरम सुख
चरम सुख
मनोज कर्ण
आज की हकीकत
आज की हकीकत
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
तुम
तुम
Tarkeshwari 'sudhi'
1)“काग़ज़ के कोरे पन्ने चूमती कलम”
1)“काग़ज़ के कोरे पन्ने चूमती कलम”
Sapna Arora
“सभी के काम तुम आओ”
“सभी के काम तुम आओ”
DrLakshman Jha Parimal
रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन
रामधारी सिंह दिवाकर की कहानी 'गाँठ' का मंचन
आनंद प्रवीण
कहाँ तक जाओगे दिल को जलाने वाले
कहाँ तक जाओगे दिल को जलाने वाले
VINOD CHAUHAN
पीपल बाबा बूड़ा बरगद
पीपल बाबा बूड़ा बरगद
Dr.Pratibha Prakash
"अकेडमी वाला इश्क़"
Lohit Tamta
मोहब्बत ना-समझ होती है समझाना ज़रूरी है
मोहब्बत ना-समझ होती है समझाना ज़रूरी है
Rituraj shivem verma
हम तुम्हारे हुए
हम तुम्हारे हुए
नेताम आर सी
प्यार के मायने बदल गयें हैं
प्यार के मायने बदल गयें हैं
SHAMA PARVEEN
मातृशक्ति
मातृशक्ति
Sanjay ' शून्य'
ये भी क्या जीवन है,जिसमें श्रृंगार भी किया जाए तो किसी के ना
ये भी क्या जीवन है,जिसमें श्रृंगार भी किया जाए तो किसी के ना
Shweta Soni
आज उम्मीद है के कल अच्छा होगा
आज उम्मीद है के कल अच्छा होगा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
शोर बहुत करती हैं,
शोर बहुत करती हैं,
Shwet Kumar Sinha
आ लिख दूँ
आ लिख दूँ
हिमांशु Kulshrestha
#शारदीय_नवरात्रा_महापर्व
#शारदीय_नवरात्रा_महापर्व
*प्रणय*
मोहब्बत-ए-सितम
मोहब्बत-ए-सितम
Neeraj Mishra " नीर "
पथ प्रदर्शक पिता
पथ प्रदर्शक पिता
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Loading...