इल्ज़ाम दिए जाते हैं
हम अपनी खुशियां जिसपे कुर्बान किए जाते हैं
वो अपने गम का हमें इल्ज़ाम दिए जाते हैं
हम ये सोच के करते रहे उस बेवफा से वफा
मोहब्बत में बे गरज भी बहुत काम किए जाते हैं
अब इसे मोहब्बत समझिए या पागलपन कहिए
हम बेख्याली में भी तुम्हारा नाम लिए जाते है