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3 Nov 2018 · 1 min read

शेर/जज़्बात

आज मैंने तुम्हें मेरे शहर में ठंडी हवा सा बहते हुए देखा
अगर वो तुम नहीं थीं मेहरबाँ तो वल्लाह कोई तुम सी थी..

~अजय “अग्यार

Language: Hindi
516 Views
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