– शेर ओ शायरी 04 –
– शेर ओ शायरी 04-
1.उसके कदमों की आहट से हमारा दिल धड़कता है,
उसके दीदार से हमारा दिन गुजरता है,
2. न जाने कैसी यह कशमकस है जब वो सामने होते है तब,
इजहार करना चाहता हु अल्फाज भूल जाता हु,
3.बस इतनी सी इल्तिज़ा है मेरी रब से,
मिले नही अगर वो तो फिर कोई और न हो,
4.मेरा दिल सिर्फ उसके लिए ही धड़कता है,
कोई पता करो उसका क्या हाल है,
5.मेरे दिल की नादानी की सजा आंखें भुगत रही,
उसने दिल लगाया आंखो ने सजा पाई,
6.हम दोनो एक दूजे में कुछ इस कदर घुलमिल जाए,
वो मेरा माही हो जाए में उसका नीर बन जाऊ,
7.मोहब्बत के इस महीने(फरवरी)में इश्क का कुछ ऐसा तिलिस्म हो जाए
में उसका हो जाऊ वो मेरा हो जाए,
8.मेरी सांसों का कर्ज है मेरी जिंदगी में,
सांसे छूट जाए जो तेरा हाथ छूट जाए,
9.इतनी भी मुझे उसकी तलब न हो,
जो वो न हो जिंदगी में तो यह जिंदगी न हो,
10.मोहब्बत का महीना (फरवरी)चल रहा है साहब,
दुआ करो महीना अधूरा है किसी की मोहब्बत अधूरी न हो,
✍️✍️भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क सूत्र -7742016184 –