तमाम बातें मेरी जो सुन के अगर ज़ियादा तू चुप रहेगा
कैमरे से चेहरे का छवि (image) बनाने मे,
मजबूत हाथों से कच्चे घरौंदे बना रहे हैं।
🙏 गुरु चरणों की धूल 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
सब के सब ख़ुद को कहते हैं आला,
इन चरागों को अपनी आंखों में कुछ इस तरह महफूज़ रखना,
दुःख में स्वयं की एक अंगुली
फिर एक पल भी ना लगा ये सोचने में........
विचार, संस्कार और रस [ तीन ]
घृणा प्रेम की अनुपस्थिति है, क्रोध करुणा और जागरूकता का अनुप
23/218. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Sunwin khẳng định vị thế là một trong những nhà cái hàng đầu
साहित्य सत्य और न्याय का मार्ग प्रशस्त करता है।
- वो मिल जाए तो फिर तलाश खत्म -