एक नासूर हो ही रहा दूसरा ज़ख्म फिर खा लिया।
*भैया घोड़ा बहन सवार (बाल कविता)*
तू सुन ले मेरे दिल की पुकार को
हर क्षण आनंद की परम अनुभूतियों से गुजर रहा हूँ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
जी हां मजदूर हूं
Anamika Tiwari 'annpurna '
बुंदेली दोहे- खांगे (विकलांग)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
यूँ भी होता है,अगर दिल में ख़लिश आ जाए,,
इश्क दर्द से हो गई है, वफ़ा की कोशिश जारी है,
लड़कियां शिक्षा के मामले में लडको से आगे निकल रही है क्योंकि
जब रंग हजारों फैले थे,उसके कपड़े मटमैले थे।
🥀 * गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
पिछले 4 5 सालों से कुछ चीजें बिना बताए आ रही है