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28 Jul 2024 · 1 min read

शूर शस्त्र के बिना भी शस्त्रहीन नहीं होता।

शूर शस्त्र के बिना भी शस्त्रहीन नहीं होता।
सत्य नंगा होके भी वस्त्रहीन नहीं होता।।
धन अपनी चमक कितना भी बिखेरे,
भविष्य का आदर्श कोई चरित्रहीन नहीं होता।।

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