शुरूर
गुरूर तुम्हें है,
तो शुरूर हमें भी,
तेरी मिटने वाली चीज़ है…
मेरा शुरूर साँस से जुडा है…
तू देख तो सही
तुझे शरीर दिखाई देगा
साँसें दिखाई देगी.
विचार दिखाई देंगे.
मनोभाव दिखेंगे.
तू जिन्हें देख सकता है.
वो तू नहीं …
खोज खुद को.
पहचान खुद को..
डॉक्टर महेन्द्र सिंह हंस