Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2024 · 1 min read

शुभ प्रभात संदेश

शुभ प्रभात संदेश

वही धरा है ,वही गगन है🌸🌸
फिर भी मन कुछ आज मगन है…🌼🌼
शुभ प्रभात की बेला है ..🌻🌻🌻
उम्मीदों का मेला है 🌼🌼🌼
विधि ने आज कुछ है ,अलग करने की ठानी….🌻🌻🌻🌻🌻
“शुभ संदेश” सा बरसे “अमृतवाणी”🌼🌼
उन्मुक्त कंठ से गाते हैं..
शुभ संदेश सुनाते हैं…
रहिए
आज सब आप मगन…
करके प्रातः “ईश्वर वंदन”🙏🙏🙏🙏🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸
आपका दिन शुभ हो…. कुमुद 🌼

23 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
मैं मुश्किलों के आगे कम नहीं टिकता
सिद्धार्थ गोरखपुरी
*आज छपा जो समाचार वह, कल बासी हो जाता है (हिंदी गजल)*
*आज छपा जो समाचार वह, कल बासी हो जाता है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
शाश्वत प्रेम
शाश्वत प्रेम
Bodhisatva kastooriya
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
तुम किसी झील का मीठा पानी..(✍️kailash singh)
तुम किसी झील का मीठा पानी..(✍️kailash singh)
Kailash singh
कुंवारों का तो ठीक है
कुंवारों का तो ठीक है
शेखर सिंह
"एडिटर्स च्वाइस"
*प्रणय प्रभात*
न कोई काम करेंगें,आओ
न कोई काम करेंगें,आओ
Shweta Soni
"क्या बताऊँ दोस्त"
Dr. Kishan tandon kranti
मोर
मोर
Manu Vashistha
किरायेदार
किरायेदार
Keshi Gupta
कठपुतली ( #नेपाली_कविता)
कठपुतली ( #नेपाली_कविता)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सावन में घिर घिर घटाएं,
सावन में घिर घिर घटाएं,
Seema gupta,Alwar
याद आती है हर बात
याद आती है हर बात
Surinder blackpen
भटकता पंछी !
भटकता पंछी !
Niharika Verma
*** अरमान....!!! ***
*** अरमान....!!! ***
VEDANTA PATEL
*मेरी इच्छा*
*मेरी इच्छा*
Dushyant Kumar
पत्तल
पत्तल
Rituraj shivem verma
"कभी मेरा ज़िक्र छीड़े"
Lohit Tamta
A Little Pep Talk
A Little Pep Talk
Ahtesham Ahmad
स्नेह
स्नेह
Shashi Mahajan
शुभ रक्षाबंधन
शुभ रक्षाबंधन
डॉ.सीमा अग्रवाल
******
******" दो घड़ी बैठ मेरे पास ******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
When conversations occur through quiet eyes,
When conversations occur through quiet eyes,
पूर्वार्थ
सात रंगों से सजी संवरी हैं ये ज़िंदगी,
सात रंगों से सजी संवरी हैं ये ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वीर रस की कविता (दुर्मिल सवैया)
वीर रस की कविता (दुर्मिल सवैया)
नाथ सोनांचली
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
अर्धांगिनी सु-धर्मपत्नी ।
अर्धांगिनी सु-धर्मपत्नी ।
Neelam Sharma
" शिखर पर गुनगुनाओगे "
DrLakshman Jha Parimal
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
इंसान कहीं का भी नहीं रहता, गर दिल बंजर हो जाए।
Monika Verma
Loading...