शुभ अशुभ का भय
【【【शुभ अशुभ का भय…】】】
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वे हमें समझा बुझाकर लूट लेते हैं
शुभ अशुभ का भय दिखाकर लूट लेते हैं
यह दिशा शुभ, यह दिशा बरबाद कर देगी
इस दिवस को यह दिशा आबाद कर देगी
जाल भ्रम का ये बिछाकर लूट लेते हैं-
शुभ अशुभ का भय दिखाकर लूट लेते हैं
यह जगह अच्छी नहीं है घर बनाने को
यह भवन तैयार तुमको काट खाने को
आजकल क्या क्या बताकर लूट लेते हैं-
शुभ अशुभ का भय दिखाकर लूट लेते हैं
काट ले बिल्ली डगर तो अपशकुन होगा
छींक आ जाए अगर तो अपशकुन होगा
व्यर्थ बातों में फँसाकर लूट लेते हैं-
शुभ अशुभ का भय दिखाकर लूट लेते हैं
लग्न के जो बिन यहाँ कुछ भी करोगे तुम
पाप की गठरी लिए कैसे तरोगे तुम
झूठ का परदा चढ़ाकर लूट लेते हैं-
शुभ अशुभ का भय दिखाकर लूट लेते हैं
– आकाश महेशपुरी