शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
सपने का मत,तुम अर्थ समझ,कि मिथ्या है,सच मानो।
हुआ मिलन है,यही हकीकत,असली जीवन,य़ह जानो।
तुमसे नाता,सच्चा रिश्ता,कपट नहीं है,प्रियकारी।
सदा रहेगा,सतत बढ़ेगा,चला करेगा,मनहारी।
पास रहेंगे,साथ दिखेंगे,बात करेगे,मधु प्यारी।
कभी न विचलन,स्नेह संचरण,बहुत लुभावन,प्रिय न्यारी।
साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।