” शुध्दिकरण ”
सुना है !
तुलसी के पत्ते को जिन चीजों में मिलाओ वो पवित्र हो जाता है ,
तुलसी के पत्तो की माला पहनाने के बाद भी
बलात्कार पीड़ित को पवित्र क्यों नहीं माना जाता है ?
सुना है !
साधारण जल में गंगा जल का एक बूंद भी मिलाने से
पूरा जल ही शुद्ध हो जाता है ,
बलात्कार पीड़ित को गंगा जल से नहला कर भी
उसे शुद्ध क्यों नहीं माना जाता है ?
सुना है !
श्री आदि ग्रंथ , कुरान , बाईबल , गीता को पढ़ने से
और पूजा – पाठ करने से ज्ञान मिलता जाता है ,
हर रोज धार्मिक पूजा – पाठ करके भी
मन का मैल क्यों नहीं धूल जाता है?
सुना है !
किसी के साथ छल करना
उसके ह्रदय को दुखाना पाप है ,
किसी को झूठे वायदे करना गुन्हा है,
रिश्तों का वास्ता दे कर रिश्ता क्यों तोड़ा जाता है ?
सुना है !
मर्दों से प्यार की उम्मीद रखना बेवकूफ़ी है ,
राधा – कृष्ण को प्यार का प्रतीक क्यों माना जाता है ?
सुना है !
अतीत खुद को बार – बार दोहराता है ,
फिर नया दौर कब आता है ?
सुना है !
भटकना ही मुकद्दर है ,
तो ना रुकने वालो को बेवफ़ा क्यों कहा जाता है ?
सुना है !
सब कुछ उस खुदा के इशारे पर चलता है ,
फिर किसी को अपशगुन क्यों माना जाता है ?
सुना है !
चेहरा देख कर सच – झूठ का पता चल जाता है ,
आखों में आखें डाल कोई जज्बातों से कैसे खेल जाता है ?
– ज्योति