Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 Jun 2023 · 1 min read

शीर्षक-“ख्वाहिशों के रंग हजार” (24)

अनगिनत ख्वाहिशों के निखरते अमिट रंग,
साए की तरह घेरे हुए मेरा सलोना सा अंतरंग,
बदली हुई ज़िंदगी में बदली हुई चाहतों के भी बदलती हुईं तस्वीरें दिखलाएं बदलते हुए रंग,
मौसमें इश्क की बदलती हुई रफ्तार के संग,
देखे हुए सपनों को सच करने की उम्मीद लिए
बदलती हुई ख्वाहिशों की भी छाई रहेगी रंगबिरंगी बहार,

“इस परिवर्तित जीवन की बगिया
लिए खुशबु महकते फूलों की साथ,
तेरे संग यारा यह रंगीन सफर खुशगवार,
लेते रहेंगे जन्म जब तक वारंवार,
खिलती हुई ख्वाहिशों के रंग हजार”

आरती अयाचित
स्वरचित एवं मौलिक
भोपाल

3 Likes · 670 Views
Books from Aarti Ayachit
View all

You may also like these posts

ग़ज़ल
ग़ज़ल
Arvind trivedi
युवा दिवस
युवा दिवस
Tushar Jagawat
लौट के आजा हनुमान
लौट के आजा हनुमान
Baldev Chauhan
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
हसरतों की भी एक उम्र होनी चाहिए।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
वो नए सफर, वो अनजान मुलाकात- इंटरनेट लव
वो नए सफर, वो अनजान मुलाकात- इंटरनेट लव
अमित
रिश्ते प्यार के
रिश्ते प्यार के
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
દુશ્મનો
દુશ્મનો
Otteri Selvakumar
बुंदेली दोहे- रमतूला
बुंदेली दोहे- रमतूला
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
सामान्यजन
सामान्यजन
Dr MusafiR BaithA
नसीब
नसीब
Minal Aggarwal
*अति*
*अति*
पूर्वार्थ
जीवन तब विराम
जीवन तब विराम
Dr fauzia Naseem shad
ऐसे ही चले जाना है l
ऐसे ही चले जाना है l
meenu yadav
"मौसम ने"
Dr. Kishan tandon kranti
Love Letter
Love Letter
Vedha Singh
राह हमारे विद्यालय की
राह हमारे विद्यालय की
bhandari lokesh
जीवन एक मैराथन है ।
जीवन एक मैराथन है ।
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
*ऋषि (बाल कविता)*
*ऋषि (बाल कविता)*
Ravi Prakash
कुछ भी तो पहले जैसा नही रहा
कुछ भी तो पहले जैसा नही रहा
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
.......शेखर सिंह
.......शेखर सिंह
शेखर सिंह
"बात अपनो से कर लिया कीजे।
*प्रणय*
सुभाष चंद्र बोस
सुभाष चंद्र बोस
Neerja Sharma
"फ़िर से आज तुम्हारी याद आई"
Lohit Tamta
वर्षा के दिन आए
वर्षा के दिन आए
Dr. Pradeep Kumar Sharma
4566.*पूर्णिका*
4566.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मैं भी कोई प्रीत करूँ....!
मैं भी कोई प्रीत करूँ....!
singh kunwar sarvendra vikram
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
सपनों को दिल में लिए,
सपनों को दिल में लिए,
Yogendra Chaturwedi
कुछ रह गया बाकी
कुछ रह गया बाकी
Vivek Pandey
खूब ठहाके लगा के बन्दे !
खूब ठहाके लगा के बन्दे !
Akash Yadav
Loading...