Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jul 2019 · 1 min read

शिव

छंद-मधुमालती गीत
******************

खोलो नयन, दर पर पड़े।
काँवड़ लिए, कब से खड़े।

शिव भक्ति का, वरदान दो।
पा लूँ तुझे, वह ज्ञान दो।
मेरा हृदय, पावन करो।
देकर खुशी, दामन भरो।

वर दो सभी, दुख टल पड़े।
फल फूल ले, कब से खड़े।

प्रभु तोड़ कर,जग जाल को।
माया भरा, इस काल को।
भजते रहूँ, प्रभु नाम मैं।
पाऊँ सदा, शिव धाम मैं।

शिव नाम ले,कर चल पड़े।
जल,दूध ले,कब से खड़े।

कमजोर हूँ, मैं तो अभी।
अवगुण भरे, मुझमें सभी।
पापी बहुत, नादान हूँ।
जग से अभी, अंजान हूँ।

आशीष दो,जो बन पड़े।
झोली लिए, कब से खड़े।

सच्ची लगन,शिव की लगी।
होगी कृपा, आशा जगी।
तेरे सिवा, कोई नहीं।
सब देव के, दाता तुम्हीं।
तेरी नजर, हम पर पड़े।
आशा लिए, कब से खड़े।

-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

198 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमच
विवाह का आधार अगर प्रेम न हो तो वह देह का विक्रय है ~ प्रेमच
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
"आँसू"
Dr. Kishan tandon kranti
*
*"बसंत पंचमी"*
Shashi kala vyas
(हमसफरी की तफरी)
(हमसफरी की तफरी)
Sangeeta Beniwal
कौन है वो
कौन है वो
Sonam Puneet Dubey
पागल सा दिल मेरा ये कैसी जिद्द लिए बैठा है
पागल सा दिल मेरा ये कैसी जिद्द लिए बैठा है
Rituraj shivem verma
4068.💐 *पूर्णिका* 💐
4068.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
इस दुनिया में कई तरह के लोग हैं!
इस दुनिया में कई तरह के लोग हैं!
Ajit Kumar "Karn"
त्रिपुण्ड सममात्रिक दंडक
त्रिपुण्ड सममात्रिक दंडक
Sushila joshi
खरगोश
खरगोश
SHAMA PARVEEN
दिल टूटने का डर न किसीको भी सताता
दिल टूटने का डर न किसीको भी सताता
Johnny Ahmed 'क़ैस'
हौसले हमारे ....!!!
हौसले हमारे ....!!!
Kanchan Khanna
ସେହି କୁକୁର
ସେହି କୁକୁର
Otteri Selvakumar
हर मुश्किल का
हर मुश्किल का
surenderpal vaidya
इंतजार करते रहे हम उनके  एक दीदार के लिए ।
इंतजार करते रहे हम उनके एक दीदार के लिए ।
Yogendra Chaturwedi
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
तन्हा क्रिकेट ग्राउंड में....
पूर्वार्थ
अहंकार और संस्कार के बीच महज एक छोटा सा अंतर होता है अहंकार
अहंकार और संस्कार के बीच महज एक छोटा सा अंतर होता है अहंकार
Rj Anand Prajapati
मुश्किल है जिंदगी में ख्वाबों का ठहर जाना,
मुश्किल है जिंदगी में ख्वाबों का ठहर जाना,
Phool gufran
कसूर किसका
कसूर किसका
Swami Ganganiya
एहसास - ए - दोस्ती
एहसास - ए - दोस्ती
Shyam Sundar Subramanian
शुभ
शुभ
*प्रणय*
भावी युद्ध ...
भावी युद्ध ...
SURYA PRAKASH SHARMA
पढ़ लेना मुझे तुम किताबों में..
पढ़ लेना मुझे तुम किताबों में..
Seema Garg
यादें
यादें
Dr fauzia Naseem shad
??????...
??????...
शेखर सिंह
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
प्रेम और पुष्प, होता है सो होता है, जिस तरह पुष्प को जहां भी
Sanjay ' शून्य'
बॉस की पत्नी की पुस्तक की समीक्षा (हास्य व्यंग्य)
बॉस की पत्नी की पुस्तक की समीक्षा (हास्य व्यंग्य)
Ravi Prakash
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
नैन खोल मेरी हाल देख मैया
Basant Bhagawan Roy
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...