शिव वंदना
?देवादि देव हे महादेव , वृषांक मृत्युंजय महाकाल
?गंगाधर हर हर शिव शंकर शशि से शोभामय रहे भाल
?डमरू के डम डम से अपने भव से हम सबको पार करो
?अब रौद्र रूप धारण करके बाधाओं का संहार करो।
………………………………………..✍️शक्ति त्रिपाठी” देव”?