शिवपुरी पर्यटन
शिवपुरी पर्यटन पर गीत
सोचो नहीं चलो चलो करलो दीदार है।
शिवपुरी के स्थलों को ले लेना निहार है।।
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शिवपुरी पर्यटन, सुनो भाई जनजन
पावन स्थान माना जाता है इस देश में।
पवा जलप्रपात की छटा भी निराली मानो
अनेको विदेशी को बुलाता है इस देश में।।
सीपरी प्राचीन नाम, शिवजी के कई धाम
शिवपुरी इसीसे कहाता है इस देश में।।
भूरा खो सुल्तानगढ़ जलप्रपात भी है जो
तात्या का स्मारक दिखाता है इस देश में।।
सिंकारा चीतल नीलगाय भालू तेंदुआ भी
भरे पार्क माधव में, बड़ी भरमार है।।
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सुरवाया की गढ़ी भी, नरवर का किला भी
शिवपुरी की छत्री तो सीपरी का ताज है।।
बांकड़े की कोठी को बनाया जार्ज पंचम ने
एक दिन के ही लिए बना खड़ा आज है।।
देखो दर्शनीय सेसयी में सूर्य मन्दिर है
पानी में भदैया कुंड के भी छिपा राज है।।
साज की आवाज आज, सभी के लिये है राज
गढ़ी सुरवाया में तो आती जो आवाज है।।
बांकड़े का हनुमान टुंडा भाखड़ा प्रपात
माधव की छतरी को देखे संसार है।।
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इनके अलावा अटे पड़े कई पड़ाव भी
लेखनी की धार कर सके न बखान है।
प्रकृति की छटा भी निराली देखना चाहो तो
शिवपुरी की ओर तुम करना पयान है।।
कलाकृति प्राचीन को देखना समझना है
स्थापत्य कला के जी हजारों निशान है।।
पार जिह्वा पावे नहीं महिमा अपार है जो
सीकरी के जैसे नहीं कोई भी समान है।।
राज राजेश्वरी सिद्धेश्वरी माता की हो जय
बाण गंगा धाम की भी करो जै जै कार है।।
-साहेबलाल ‘सरल’