शिरडी में बसते हैं, भगवान दिवाने
शिरडी में बसते हैं, भगवान दिवाने
प्रश्न है आस्था का, तू माने या न माने
बाबा में दिखते हैं, भगवान दिवाने
साँच को है आँच क्या, तू माने या न माने
साँच को है आँच क्या…….
देखी दुनिया घूमती, घूमता कौन है
देखी हवायें चलती, चलाता कौन है
विज्ञान भी इस बात पे, अब तक मौन है
राज़ कोई न जाने, विधाता कौन है //१.//
साँच को है आँच क्या…….
सदियों से जो सच था, वो सच है आज भी
ईश्वर जो कल था, वो सच है आज भी
जैसे बुद्ध-ईसा-नानक, जन्मे सूफी-संत
ॐ साईं के रूप में, वो सच है आज भी //२.//
साँच को है आँच क्या…….