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16 May 2024 · 1 min read

शिक्षा

शिक्षा
——–

फूल खिलने से पहले न तोड़िए
वरना मनभावन महक न आ पायेगी

बच्चों को शिक्षित हर हाल में बनाईए
वरना राष्ट्र की नींव मजबूत न बन पायेगी

हम अगर सो गए आलस में तो,
महज पछतावे के हाथ में कुछ न आएगा

तोड़कर बंधन अज्ञान के, नायक बन जाइए
छटेगा घना कुहरा भी, सूरज बन चमक जाइए

सीखते बस सीखते आगे ही आगे चलते जाइए
आयेगा अमृतकाल यह निश्चित मानिए

अगर करो हर क्षण का सद्पयोग तुम तो,
कंगाली का काला घेरा टूटकर समृद्धि का सागर लहराएगा
मेहनत और शिक्षा से खुलेंगे द्वार प्रगति के
बस अच्छे कर्म ईमानदारी से अपने करते जाइए

– मुकेश कुमार ऋषि वर्मा
ग्राम रिहावली, पोस्ट तारौली गूजर, फतेहाबाद, आगरा, उत्तर प्रदेश 283111

Language: Hindi
56 Views

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