शिक्षक दिवस पर गीत
किताबी ज्ञान ही केवल नहीं शिक्षक पढ़ाते हैं
बुराई से सदा बचकर हमें चलना बताते हैं
भरें ये ज्ञान से अपने हमारी रिक्त झोली को
विधाता हैं हमारे ये हमें जीना सिखाते हैं
निराशा में दिये आशा भरे हमको जलाने हैं
अँधेरे हो घिरे कितने उजाले ढूंढ लाने हैं
बढाते हौसला रहते हमें ये बात समझाकर
न हमको हार से डरकर कदम पीछे हटाने हैं
बड़ी है बात यह शिक्षक हमें हम से मिलाते हैं
विधाता हैं….
हमें माँ पाठ ममता त्याग का पढ़ना सिखाती है
पिता की सीख जीवन भर हमारे काम आती है
पढ़ाते हैं हमें शिक्षक हमारे मार्गदर्शक बन
तभी तो मंज़िलों की राह हो आसान जाती है
हमारी ज़िंदगी के ये बड़े अनमोल नाते हैं
विधाता हैं…
सदा शिक्षक दिशा देकर भला करते हमारा हैं
फँसे मझधार में जब हम दिखाते ये किनारा हैं
सिखाते मुश्किलों से भी हमें हँसते हुए लड़ना
कहीं हम लड़खड़ाते तो हमें देते सहारा हैं
हमें गोविंद पाने का यही रस्ता बताते हैं
विधाता हैं…
04-09-2021
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद