#शार्दूल-सुत
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🔥 #शार्दूल-सुत 🔥
पतंग ले ले मेरी डोर ले ले
छोटी कंची संग दो कंचे और ले ले
चाहे मेरा रेत वाला घर तोड़ दे
मेरा नीला कंचा मोड़ दे . . . . .
मैं चढ़ूं अंबुआ के बूटे
मैं तोड़ूं और बस तू लूटे
माली दिखे तुझे मुझे अकेला छोड़ दे
मेरा नीला कंचा मोड़ दे . . . . .
तेरी मैया पाँव पड़ूँ मैं
बहना तेरी नहीं लड़ूं मैं
चल मेरी सीधी बांह मरोड़ दे
मेरा नीला कंचा मोड़ दे . . . . .
रे मितवा तू तो मेरा मीत पुराना
आज अकेला सुनूं मैं तेरा गाना
मुख लिपटाय के मेरा मटकी फोड़ दे
मेरा नीला कंचा मोड़ दे . . . . .
रंग नीला है आकाश का
मैं बेटा मेरे बाप का
देशहित जो हो गया तारा मुझको तोड़ दे
नहीं तो . . . ?
मेरा नीला कंचा मोड़ दे . . . . . !
#वेदप्रकाश लाम्बा
यमुनानगर (हरियाणा)
९४६६०-१७१२