शारदे माँ
शारदे माँ
शारदे माँ , शारदे माँ ।
अज्ञान से हमें तार दे माँ ।
तु स्वर की देवी , ये संगीत तुझसे , हर शब्द तेरा ,
हर गीत तुझसे ,
हम है अकेले , हम है अधुरे , तेरी शरण मे हमे प्यार दे माँ । 1
मुनियों ने समझी , गुनिओ ने जाणी ,
संतों की भाषा आगमों की वाणी , हम भी तो समझे ,
हम भी तो जाणे विद्या का हमको अधिकार दे माँ । 2
तु श्वेतवर्णी कमल पर बिराजे , हाथों में वीणा ,
मुकूट सिर में छाजे ,
मनसे हमारे मिटा दे अंधेरा ,
हमकों उजालों का परिवार दे मां । 3
संकलित रचना
राजू गजभिये