शायरी
तेरी महफ़िल में आते हैं
कुछ तुझ को और कुछ तेरी आदाओं को
देख कर चले जाते हैं
हम ने तो देखा तेरे दिल का मर्म
तभी तो तेरी महफ़िल में , चले आते हैं !!
यूं न चल, सड़क पर
बड़े दीवाने घुमते हैं
इन की नजरों से बच के निकल जा
इस शहर के परवाने घूमते हैं !!
अजीत