शायरी
Skript and lyricist Raushan Ray
9515651283/7859042461
आसमान को भरुंगा मुट्ठी में सुरज से अपना दोस्ती हैं
चांद को रखुंगा साथ में तारों की क्या हस्ती है
Skript and lyricist Raushan Ray
9515651283/7859042461
आसमान को भरुंगा मुट्ठी में सुरज से अपना दोस्ती हैं
चांद को रखुंगा साथ में तारों की क्या हस्ती है