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Chintan Jain
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8 May 2020 · 1 min read
शायरी
आपने तो बस नही सुखाये बाल शीशे के सामने
अंदाज़ा है आपको आज आईने पर क्या गुज़री ।
– चिंतन जैन
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
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