शायरी
हर दर्द सकून ढूँढता है
बेचैन दिल क्या करे
कह्ता तो कुछ नहीं
नम आँखो में अपने
दिल की तस्वीर ढूँढता है……..
न जाने कितने
ख्याल पर सवाल
पूछ्ता है
उन सवालो से
अपने हर राज ढूँढता है….
कवि अजीत कुमार तलवार
मेरठ
हर दर्द सकून ढूँढता है
बेचैन दिल क्या करे
कह्ता तो कुछ नहीं
नम आँखो में अपने
दिल की तस्वीर ढूँढता है……..
न जाने कितने
ख्याल पर सवाल
पूछ्ता है
उन सवालो से
अपने हर राज ढूँढता है….
कवि अजीत कुमार तलवार
मेरठ