शायरी दिल से
1.
मुर्दा नहीं जो कुछ ना बोलेंगे
ज़िंदा है तो कुछ तो बोलेंगे।
गर तुम्हें नहीं पसंद तो बोल दो
तुम्हारे लिए मुर्दा भी हो लेंगे।।
2.
तुमसे भी हसीन है तुम्हारी आंखें
ये जानता है सारा ज़माना।
गर खो जाएं इनमें कहीं हम कभी
अपना समझकर प्यार जताना।।
3.
क्या कहें किससे कहें
सोचते हैं अब चुप ही रहें।
बहुत हो गया, कब तक
इंतजार उनका करते रहें।।
4.
आज किसी को चुनौती देने की नहीं
सबको साथ लेकर चलने की ज़रूरत है।
आगे बढ़ने के लिए जीवन में सबको
हाथ एक दूसरे का थामने की ज़रूरत है।।
5.
जब इन जुल्फों को तुम हाथ लगाते हो
जब देखकर हमको ये निगाहें फिराते हो।
तुम्हें मालूम नहीं है ऐसा करके तुम
मेरे इस दिल को कितना जलाते हो।।
6.
ऐसे जमीं पर ना देखो
जल जाएगी ये हरी घास।
तुम्हें देखकर ही उसको
फिर जगी है जीने की आस।।
7.
कितनी हसीं है ये आंखे
देख कर इनको मिलती है राहत।
तुम्हारी आंखों में डूब जाऊं
यही है अब इस दिल की चाहत।।