शायरी से आज
शिकवे हज़ार करने हैं हमको किसी से आज
मन्सूब इसलिए हुए हम शायरी …से आज
लगने लगा है डर मुझे इतनी खुशी से आज
पूछा है हाल उसने मेरा हर.किसी से आज
शिकवे हज़ार करने हैं हमको किसी से आज
मन्सूब इसलिए हुए हम शायरी …से आज
लगने लगा है डर मुझे इतनी खुशी से आज
पूछा है हाल उसने मेरा हर.किसी से आज