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28 May 2022 · 2 min read

शायरी संग्रह

मत पूछो मुझ पर क्या , क्या गुजर रही

जब से एक दर्दे दिल
नासूर बन गया आजकल !

2 –

होते वो जो हमारे पास ,
आंचल ,सिरहाना , कंधे ,हाथ , दुपट्टा
पकड़ कर हम भी रो लेते !

सुना है हमने भी रोने से दर्द कम हो जाता हैं !

3 –

दर्दे दिल की दुआ , दवा , किस से मांगू

यहां तो कमबख्त

खुदा भी अपना दिल तोड़े बैठा है !

4 –
वह देख लेगी मुझे अपनी निगाहों से
तब भी ठीक है ,

वरना हम तो खुदा समझ कर बैठे हैं उन्हें
उन्ही की मजार पर ।

5 –
वह जो रुखसत हो गई
मेरे दिल से हो कर ,

बेड़ियां , जंजीर , फंदे , गांठ , बांध लेते
गर बन जाती वो मेरी हो कर !

6 –
हम खुशी लिए फिरते हैं अपनी जिंदगी की

सच तो यह है

मौत आना अभी बाकी है मेरे दोस्त !

7 –
बे वजह यूं ना टूटा कर ए मेरे दिल

ये शीशे होते ही हैं फरेबी !

8 –

वह दे गई मेरे हिस्से
रोना , तनहाई ,जागना , दर्दे दिल ।

और हम हैं कि कमबख्त
इनको संभाले फिरते हैं ।।

9 –
मत पूछो मुझ पर क्या , क्या गुजर रही

जब से एक दर्दे दिल
नासूर बन गया आजकल

10 –

होते वो जो हमारे पास ,
आंचल ,सिरहाना , कंधे ,हाथ , दुपट्टा
पकड़ कर हम भी रो लेते !

सुना है हमने भी रोने से दर्द कम हो जाता हैं !

11 –

दर्दे दिल की दुआ , दवा , किस से मांगू

यहां तो कमबख्त

खुदा भी अपना दिल तोड़े बैठा है !

12 –
वह दौर भी चिट्ठियों का अजब था
अल्फाजों की स्याही में डूबी हुई कलम ,

इजहार-ए-मोहब्बत की निशानी में
रखा हुआ लाल गुलाब था !!

13 –
वो एक ही शख्स दिल से उतरता नहीं

यूं तो मंजिल में मुसाफिर ,

हमसे हजारों मिले !

14 –
हम उलझते रहे हिंदू , मुस्लिम की पहचान में
फिर एक गरीब भूखा सोया रात भर

ए मालिक तेरे दर पर !

उफ्फ यह धर्म के झगड़े ।।

15 –
उनसे बिछड़ कर ना जाने फिर कहां मिले

हे खुदा से दुआफिर हम कहीं ना मिले !!

Language: Hindi
Tag: शेर
481 Views
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