शायरी दिल से – शायरी-4
1
किसी को हुस्न बिगाड़ देता है
किसी को ज़रूरत बिगाड़ देती है
किसको दोष दें अब, ये किस्मत
बने बनाए काम बिगाड़ देती है।।
2
दिल में दर्द जगा देती है
किसी को नींद से जगा देती है
जो ये मोहब्बत होती है
मुर्दों में भी उम्मीद जगा देती है।।
3
हो जाए तो दिन को रात कर देती है
मोहब्बत रिश्तों को आबाद कर देती है
जो मिल जाए सच्ची मोहब्बत जिंदगी में
मोहब्बत जिंदगी को नया मुकाम देती है।।
4
जो नासमझ को समझ लेते हैं
अपनी ज़िंदगी को संवार लेते है
उनको स्वर्ग की कोई इच्छा नहीं
वो तो इसी जहां में जन्नत पा लेते हैं।।
5
मोहब्बत के लिए सबकुछ गवां देते हैं
कोई भी हो कीमत, वो चुका देते हैं
ऐसे होते हैं सच्ची मोहब्बतों के किस्से
जो बेजान पत्थरों को भी रुला देते है।।
6
जिसने भी मोहब्बत की है
उसको बेहतर इंसान बना देती है
ये मोहब्बत चीज़ ही ऐसी है
पत्थर को भी इंसान बना देती है।।