शायद दवा पहुंची ही नहीं
दर्द वाली जगह पर शायद दवा पहुंची ही नहीं
दुआ इसलिए है बेअसर शायद दुआ पहुंची ही नहीं
वो आखिर मेरी पुकार सुनकर क्यूं नहीं आया “अर्श”
क्या अभी उस तक मेरे दिल की सदा पहुंची ही नहीं
दर्द वाली जगह पर शायद दवा पहुंची ही नहीं
दुआ इसलिए है बेअसर शायद दुआ पहुंची ही नहीं
वो आखिर मेरी पुकार सुनकर क्यूं नहीं आया “अर्श”
क्या अभी उस तक मेरे दिल की सदा पहुंची ही नहीं