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19 Jan 2017 · 1 min read

शायद कभी हम जलाने के काम आए

गीत, गजल, कविता सुनाने के काम आए

जब तक रहे ‘काका’ हँसाने के काम आए

लकड़ी समझकर हमको रख दो चूल्हे के पास

शायदी कभी हम जलाने के काम आए

Language: Hindi
199 Views
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