शादी के बाद भी अगर एक इंसान का अपने परिवार के प्रति अतिरेक ज
शादी के बाद भी अगर एक इंसान का अपने परिवार के प्रति अतिरेक जुड़ाव हर दिन संवाद और संचार और जुड़ने वाला परिवार के प्रति वही संवाद और संचार कम रहा। ये निश्चित से ये अतिरेक झुकाव उस परिवार में मनमुटाव, खटास, गलतफेमिया, पुराने रिश्ते कमजोर और नए लोगो के संग बने रिश्ते को रंग हीन कर देगा।कोशिश करे जिस परिवार से जुड़े है उन परिवार के लोगो के साथ ज्यादा से ज्यादा समय संवाद और संप्रेषण करे। ना की वहा से जहा आपने जीवन यापन कर लिया।
पर वो मोह माया सहूलियत की नही छोड़ना चाहता है आज लो पीढ़ी। तभी व्यवहार, संवाद , रिश्ते , माहोल सब अस्वस्थ और अवयवस्तीथ बना रखा है।