शादी की सालगिरह
नेह भरे अनुबंध खिले हैं, घड़ी सुखद शुभ आई है
शादी सालगिरह पर भैया, बारम्बार बधाई है
सुखी रहो तुम जीवन में
हाथों में मिलकर हाथ रहे
घड़ियां सुख की हो या दुख की
दोनों का प्रतिपल साथ रहे
पग पग पर खुशियाँ मिलें सदा
दूर रहे दुख जीवन से
ईश्वर की कृपा रहे तुम पर
मिट जाए रोग व्याधि तन से
प्यार दुलार रहे घर में सब मिलकर रहो भलाई है
मिले प्यार सम्मान जगत में
मन में नेक इरादा हो
कुल गौरव बन सदा चमकना
नहीं राह में बाधा हो
जीवन सरल सुगम्य बने यह
रहे सलामत यह बंधन
अधरों पर मुस्कान हमेशा
रहे महकता तन चंदन
इस सुखद घड़ी शुभ अवसर पर, खानी आज मिठाई है
अभिनव मिश्र अदम्य