शाकाहार
भूख मिटाने के लिए, पशुओं को मत मार
धरती देती अन्न है, अपना शाकाहार
अपना शाकाहार, जीओ औ जीने देना
हिंसा है अपराध, प्राण मत पशु के लेना
कह पाठक कविराय, खोल दया के संदूक
गांधी गौतम ऋषभ, सीख मिटाना भूख
भूख मिटाने के लिए, पशुओं को मत मार
धरती देती अन्न है, अपना शाकाहार
अपना शाकाहार, जीओ औ जीने देना
हिंसा है अपराध, प्राण मत पशु के लेना
कह पाठक कविराय, खोल दया के संदूक
गांधी गौतम ऋषभ, सीख मिटाना भूख