शहीद दिवस
आजादी की नींव के प्रस्तर नतमस्तक सादर वंदन है…
राजगुरु सुखदेव भगत सिंह स्मृति भी पावन चंदन है…
प्राणों के उत्सर्ग से पहले क्या ऐसा भारत सोचा था,
कवि उर बहुत व्यथित है मेरा शर्मिंदा मन में क्रंदन है…
आजादी की नींव के प्रस्तर नतमस्तक सादर वंदन है…
राजगुरु सुखदेव भगत सिंह स्मृति भी पावन चंदन है…
प्राणों के उत्सर्ग से पहले क्या ऐसा भारत सोचा था,
कवि उर बहुत व्यथित है मेरा शर्मिंदा मन में क्रंदन है…