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23 Mar 2021 · 1 min read

शहीद दिवस

आजादी की नींव के प्रस्तर नतमस्तक सादर वंदन है…
राजगुरु सुखदेव भगत सिंह स्मृति भी पावन चंदन है…

प्राणों के उत्सर्ग से पहले क्या ऐसा भारत सोचा था,
कवि उर बहुत व्यथित है मेरा शर्मिंदा मन में क्रंदन है…

Language: Hindi
1 Like · 354 Views

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