शहीदो की पुकार
स्वर्ग मे हुआ एक दिन एक अचम्भा.
बुलाई गई सारे शहीदों की सभा.
इंद्रदेव थे अपने असन पर स्थानपन्न.
शहीदो का हो रहा था वहा आगमन.
मुछोपर ताव देते चंद्रशेखर आजाद आये.
राजगुरू सुखदेव भगतसिंग आये.
सभा मे आये जब सुभाष चंद्र.
तब व्याकुल हो गये देव इंद्र.
बाल शहीद का जब हुआ आगमन.
आसुओ से भर गये तब उनके नयन.
सभा मे आये सावरकर नेहरू और गांधी.
सारी शहीदो की सभा मे लगी वर्दी.
सभी के सामने था एक प्रश्नचिन्ह.
किस वजहसे हुआ था सभा का आयोजन.
गांधीजीने की फिर सबकी अगुवाई.
कारण बताने की गुहार लगाई.
इंद्रदेव नही कर पा रहे थे फैसला.
कारण बताने का नही हो रहा था हौसला.
नेहरू जी ने भी किया उनसे अरज.
तब काही उन्होने किया बताने का धीरज.
आप है शहीद सारे पुण्यवान.
वतन के लिए किये है अर्पण अपने प्राण .
काबीले तारीफ है आपकी शहादत.
लेकिन किसी को भी रही नही उसकी अहमियत.
सब मे आ गई है एहसान फरामोशी.
शहादत की आपके हो गये है भूल.
मात्र सत्ता ही रह गया है उनका एकमात्र मुल.
जिनको दि है आपने आजादी.
वही मचा रहे है बरबादी.
हर किसी को लगी है कुर्सी की ललक.
सबकी आखो मे भरी है उसी की चमक.
चौतरफा फैली है सिर्फ राजकता.
किसी मे भी रही नही है नैतिकता.
हर किसी के सामने है एकही आदर्श.
बस कैसे भी मिले सत्ताका शीर्ष.
सबपर छाई है सत्ता की मदहोशी.
उसी के लिये चलती रहती है कदमबोसी.
सत्ता के लिए चलता है जाती का समीकरण.
हिंसा के तांडव का चलता है राजकारण.
घोटालो का वहा पर भरा है बाजार.
जनता हो गई है उससे बेजार.
सब के सब हो गये है बद गुमान.
धन के लिये बेचते है अपना इमान.
एक से बढकर एक उनके कर्म हो गये है हीन.
इसलिये हो गया है अब आपका पुण्य क्षीण.
क्युकी आपने ही कि थी उनको आजादी बहाल..
होना चाहिये आपको इस बात का मलाल.
उनके सुधरणे का मै देख रहा था रास्ता.
लेकिन सुधारणासे उनका कोई रहा नही वास्ता..
इसलिये अब आपको जाना पडेगा नरकमे.
जगह नही रही अब आपके लिये स्वर्ग मे.
सुनकर शहीदो की करून हो गयी थी दशा.
सबमे भर गयी थी हताशा और निराशा.
क्या यही था उनकी शहादत का नतीजा.
वारिसोकी गलती का भुगतना था खामियाजा.
करणे लगे थे सारे शहीद विचार.
करून स्वर मे कर रहे थे पुकार.
सुनो लोगो से जरा लगाकर ध्यान.
या आपने भी रख दिया है अपना अंतकरण गहाण.
हमारे कर्म की शहीदो को मिलने चाहिये क्या शिक्षा..
मत करो मेरे इस प्रश्न की उपेक्षा.
जिन्होने की है हमे आजादी बहाल.
होना चाहिये क्या उनके नरकमे हाल.
आवो करे हम सब इस पर विचार.
कर्म करके अच्छा उनका करेंगे उद्धार.