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17 Jan 2017 · 1 min read

शहर भी।तुम्हारा है संग भी तुम्हारे हैं

शहर भी तुम्हारा है ,संग भी तुम्हारे है
पत्थरो पे चाहत के किस्से सब हमारे है
******************************
सर पटक -2 के जब ये तराशे हैं पत्थर
तब कहीं जमाने में, ताजमहल उतारे हैं
******************************
कपिल कुमार
15/01/2017

Language: Hindi
661 Views
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