रंग बिरंगी दुनिया होती हैं।
😑😭👋😥😬 इस दुनिया में वफ़ा करने वालों की कमी नहीं, बस प्यार ही उससे हो जाता है जो बेवफा हो। 😑😭👋😥😬
निकल पड़े है एक बार फिर नये सफर पर,
जैसे हातों सें रेत फिसलती है ,
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
इन दिनों शहर में इक अजब सा माहौल है,
*जाते हैं जग से सभी, राजा-रंक समान (कुंडलिया)*
फैला था कभी आँचल, दुआओं की आस में ,
किसी भी व्यक्ति के अंदर वैसे ही प्रतिभाओं का जन्म होता है जै
ज़िन्दगी थोड़ी भी है और ज्यादा भी ,,
प्रिये ! अबकी बार तुम्हारे संग, दीपावली मनाना चाहता हूँ....!
singh kunwar sarvendra vikram